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Paul Brunton QUOTES

82 " सोचिए कि वे लोग हमेशा किसी न किसी वस्तु के माध्यम से खु़शी प्राप्त करने की इच्छा करते हैं। वह किसी अच्छी चीज़ को खा-पीकर अथवा धर्म के माध्यम से या और किसी ज़रिए से खु़शी प्राप्त करना चाहते हैं। ऐसा सोचने पर आपको मनुष्य की वास्तविक प्रकृति के विषय में संकेत मिल सकता है।’ ‘मैं समझा नहीं।’ महर्षि का स्वर थोड़ा ऊँचा हो जाता है: ‘मनुष्य की वास्तविक प्रकृति आनंद पर आधारित है। खु़शी की तलाश वास्तव में, मनुष्य द्वारा अचेतन रूप से की गई स्वयं की तलाश है क्योंकि स्वयं ही एकमात्र ऐसी वस्तु है जो कभी नष्ट नहीं होती इसलिए व्यक्ति को जब उसकी प्राप्ति हो जाती है तो उसे असीम आनंद का अनुभव होता है। "

Paul Brunton , A Search In Secret India: The classic work on seeking a guru

84 " आध्यात्मिक पुनर्जन्म की प्रसव पीड़ा भी मनुष्य के जीवन में एक महत्त्वपूर्ण घटना है, जिसे वह भूल नहीं सकता। वह व्यक्ति को स्थाई रूप से बदल देती है। कोई व्यक्ति जब उस गहन अवस्था में प्रवेश करता है तो दिमाग़ के भीतर एक तरह का ख़ालीपन बन जाता है। उस ख़ाली स्थान को ईश्वर या - चूँकि आप इस शब्द को नहीं समझते - कहें, आत्मा या कोई अन्य सर्वोच्च शक्ति भर देती है और तब व्यक्ति परम आनंद से भर जाता है। उसके मन में संपूर्ण सृष्टि के प्रति अथाह प्रेम जाग्रत हो जाता है। ऐसे में किसी देखने वाले को शरीर ध्यान में मग्न नहीं, अपितु मृत लगता है क्योंकि उस सर्वोच्च अवस्था में कुछ पल के लिए श्वास भी रुक जाती है। "

Paul Brunton , A Search In Secret India: The classic work on seeking a guru

87 " वह अपने ही भीतर किसी बात पर विचार कर रहे हैं। मुझे पहले इस बात पर संदेह होता है कि उन्होंने मेरी बात सुनी भी या नहीं, परंतु वहाँ मैं उनके मौन को तोड़ने का बिलकुल इच्छुक नहीं हूँ। मेरे तार्किक मस्तिष्क से कहीं बड़ी एक शक्ति है, जो धीरे-धीरे मुझ पर हावी हो रही है। इस अदृश्य शक्ति से मुझे यह बोध हो रहा है कि मेरे विचार, मेरे प्रश्नोत्तर किसी अनंत खेल का हिस्सा हैं। विचारों के उस खेल की कोई सीमा नहीं है। मेरे अपने भीतर अनिश्चितता का एक कुआँ है और मुझे उसी से सत्य का जल प्राप्त होगा। शायद यही अच्छा होगा कि मैं प्रश्न करना बंद कर दूँ और अपने आध्यात्मिक स्वभाव की अनंत संभावनाओं को समझने का प्रयत्न करूँ। मैं शांत रहकर प्रतीक्षा करना बेहतर समझता हूँ। "

Paul Brunton , A Search In Secret India: The classic work on seeking a guru