Home > Work > आपको अपने जीवन में क्या करना है ?
1 " हम ‘जो है’ उसे बदलना या उसका रूपांतरण करना क्यों चाहते हैं? क्यों? क्योंकि हम जो हैं, वह हमें असंतुष्ट करता है इससे द्वंद्व और विक्षोभ उत्पन्न होता है, और इस स्थिति को नापसंद करते हुए हम कुछ बेहतर, कुछ श्रेष्ठतर, कुछ अधिक आदर्शपूर्ण स्थिति चाहते हैं। अब क्योंकि ‘जो है’ में पीड़ा है, बेचैनी है, द्वंद्व है, अतः हम परिवर्तन चाहते हैं। "
― J. Krishnamurti , आपको अपने जीवन में क्या करना है ?
2 " जब आप असाधारण रूप से सुंदर ऐसा कुछ देखें जो जीवन और सौंदर्य से परिपूर्ण हो तब आप विचार को कभी न आने दें, क्योंकि ज्यों ही विचार उसे स्पर्श करेगा त्यों ही पुरातन होने के कारण वह इसे मनोसुख में बदल देगा, और तब इस सुख की मांग उठने लगेगी—अधिक और अधिक मात्रा में। और जब वह प्राप्त नहीं हो सकेगा तब द्वंद्व कूद पड़ेगा, भय आ डटेगा। तो क्या कुछ भी, बिना विचार के देख पाना संभव है? "
3 " भय का सदैव किसी न किसी चीज़ से संबंध रहता है—अन्यथा भय होता ही नहीं। "
4 " एक सुंदर सूर्यास्त का या यौनाचार का, और आप उसके बारे में सोचते हैं। उसके बारे में सोचना उस सुख को बढ़ा देता है, जैसे आपके द्वारा अनुभूत किसी पीड़ा के बारे में सोचना भय उत्पन्न कर देता है। अतएव विचार ही मनोसुख का और भय का जनक है, है न? "