Home > Work > Khushiyon Ke Guptchar
1 " दुनिया बेसुरे संगीत से सम्मोहित हैऔर तुम मेरी छुअन से बुना गया मौन. "
― Geet Chaturvedi , Khushiyon Ke Guptchar
2 " सारी किताबें तुम्हारी आंखों की तरह खुलती हैंकोर से कोर तक, कवर से कवर तक किताब के भीतर बैठकर मैं किताबें लिखता रहाऔर तुम कहती रहीं,मेरी आंखों के पन्ने रह-रहकर फड़फड़ाते हैं. "