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1 " बम्बई जो यूँ भी जश्नों की दुल्हन कहलाती है नयी नवेली दुल्हन की तरह सज गयी। "
― Saadat Hasan Manto , Boo Aur Anya Kahaniyan
2 " मुझे नफ़ासत तलाश करने में असफलता मिली है, लेकिन गन्दगी तो मेरे चारों तरफ़ फैली हुई है। "
3 " हर खयाल एक नश्तर बन गया "
4 " औरत, जो आधी औरत हो और आधी कुछ भी न हो। "
5 " नाक, जो इससे पहले खुशबुओं की तलाश करती रही है, अब बदबूदार और गलीज़ चीज़ें सूँघने के लिए बेताब "
6 " यह महज़ वहम है और असलियत से इसका कोई रिश्ता नहीं। लेकिन फिर भी उसके कदम रुक जाते "
7 " गन्दी मोरी से गलाज़त निकालने वाले पम्प की तरह दिन–रात चलती रहती "
8 " तहज़ीब के सन्दूक में ताला लग जाये। "