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1 " जिस तरह सूखी लकड़ी जल्दी से जल उठती है, उसी तरह क्षुधा (भूख) से बावला मनुष्य ज़रा-ज़रा सी बात पर तिनक जाता है। "
― , बड़े घर की बेटी
2 " जाने। उसने सब घी मांस में डाल दिया। लालबिहारी "