" बूढ़े ने कहा, ‘‘ईवान, मेरी मौत आ चुकी है। तुम्हें भी एक दिन मरना है। यह अपराध किसका है?’’ ईवान ने अपने पिता की तरफ देखा और कुछ भी नहीं बोला। उसके मुँह से एक भी शब्द नहीं निकला। ‘‘ईश्वर को साक्षी मानकर मुझे बताओ, यह अपराध किसने किया था?मैंने तुमसे क्या कहा था?’’ अब ईवान को सबकुछ समझ में आ गया था। उसने अपनी नाक सुड़की और कहा, ‘‘मैंने पिताजी, मैंने... "
― Leo Tolstoy , लियो टॉलस्टॉय की लोकप्रिय कहानियां