" घर वापस लौटते समय मेरी मुलाकात एक बूढ़ी महिला से हुई, जिसने मुझसे अपना रास्ता पूछा था। मैंने उसके साथ बातें शुरू कर दीं और बातचीत के दौरान ही उसने मुझे अपनी गरीबी के बारे में बताया। घर वापस लौटकर मैंने अपनी पत्नी को उस जागीर के फायदे के बारे में बताया कि तभी मुझे अपने आप पर शर्म और चिढ़ महसूस हुईर्। मैंने कहा कि मैं उस जागीर को नहीं खरीदूँगा, क्योंकि उसका लाभ किसानों की तकलीफों पर आधारित है। मैं उस पल कह रहे अपने उस सच पर भौंचक्का था। किसानों की सच्चाई यह थी कि वे भी हमारी ही तरह रहना चाहते थे "
― Leo Tolstoy , लियो टॉलस्टॉय की लोकप्रिय कहानियां