Home > Author > Atal Bihari Vajpayee >

" आदमी की पहचान, उसके धन या आसन से नहीं होती, उसके मन से होती है। मन की फकीरी पर कुबेर की संपदा भी रोती है। "

Atal Bihari Vajpayee , चुनी हुई कविताएँ


Image for Quotes

Atal Bihari Vajpayee quote : आदमी की पहचान, उसके धन या आसन से नहीं होती, उसके मन से होती है। मन की फकीरी पर कुबेर की संपदा भी रोती है।