Home > Author > Munshi Premchand >

" माँ को अपनी औलाद ईमान से भी ज्यादा प्यारी होती है और उसका रुष्ट होना उचित था मगर इन धमकियों के क्या माने? "

Munshi Premchand , गुप्त धन


Image for Quotes

Munshi Premchand quote : माँ को अपनी औलाद ईमान से भी ज्यादा प्यारी होती है और उसका रुष्ट होना उचित था मगर इन धमकियों के क्या माने?