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" लूट की कमाई को हराम समज्जने के लिए शरा का पाबंद होने की जरुरत नहीं है "

Munshi Premchand , गोदान [Godaan]


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Munshi Premchand quote : लूट की कमाई को हराम समज्जने के लिए शरा का पाबंद होने की जरुरत नहीं है