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" मुहरा आप कयामत तक न छोड़ें, तो क्या चाल ही न होगी? फ़रज़ी पिटते देखा तो धाँधली करने लगे। "

Munshi Premchand , शतरंज के खिलाड़ी [Shatranj ke Khiladi]


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Munshi Premchand quote : मुहरा आप कयामत तक न छोड़ें, तो क्या चाल ही न होगी? फ़रज़ी पिटते देखा तो धाँधली करने लगे।