Home > Author > Joseph Murphy >

" वह अपने भीतर इस तटस्थ बिंदु पर पहुँच गई। जब भी वह अपनी सास के बारे में सोचती थी या जब भी उसकी सास आलोचना या ताने भरी बातें कहती थी, तो वह ख़ुद से कहती थी, ‘ईश्वर मेरा मार्गदर्शक है और ईश्वर मेरे ज़रिये सोचता, बोलता और काम करता है। मैं मुझ पर आपकी पकड़ ढीली करती हूँ और आपको मुक्त करती हूँ।’ उ "

Joseph Murphy , Telepsychics: Tapping Your Hidden Subsonscious Powers


Image for Quotes

Joseph Murphy quote : वह अपने भीतर इस तटस्थ बिंदु पर पहुँच गई। जब भी वह अपनी सास के बारे में सोचती थी या जब भी उसकी सास आलोचना या ताने भरी बातें कहती थी, तो वह ख़ुद से कहती थी, ‘ईश्वर मेरा मार्गदर्शक है और ईश्वर मेरे ज़रिये सोचता, बोलता और काम करता है। मैं मुझ पर आपकी पकड़ ढीली करती हूँ और आपको मुक्त करती हूँ।’ उ