" मनुष्य का अपने शारीरिक अस्तित्व के अलावा एक सूक्ष्म शरीर भी होता है। इस सूक्ष्म शरीर के भीतर क्रिया-कलापों के केंद्र होते हैं जो शारीरिक अंगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन केंद्रों की मदद से मनुष्य अदृश्य शक्तियों को पहचान सकता है क्योंकि ये केंद्र ऊर्जान्वित होते हैं और मनुष्य को मानसिक और आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। "
― Paul Brunton , A Search In Secret India: The classic work on seeking a guru