Home > Author > Harishankar Parsai >

" परेशानी साहित्य की कसरत है। जब देखते हैं, ढीले हो रहे हैं, परेशानी के दंड पेल लेते हैं। माँसपेशियाँ कस जाती हैं। "

Harishankar Parsai , आवारा भीड़ के खतरे [Awara Bheed Ke Khatare]


Image for Quotes

Harishankar Parsai quote : परेशानी साहित्य की कसरत है। जब देखते हैं, ढीले हो रहे हैं, परेशानी के दंड पेल लेते हैं। माँसपेशियाँ कस जाती हैं।